हरियाणा की इस बावड़ी में दफ़न है खरबों का खज़ाना, जो गया लेने वो कभी वापस नहीं आया
भारत देश का इतिहास काफी रहस्यमय रहा है. इसके इतिहास के गर्भ में न जाने कितने राज़ दबे पड़े हैं. आपको बहुत से वीरान किले या सुनसान इलाके या बिना आदमी के कई शहर देखने को मिलेंगे, आखिर क्या राज़ होता है इन सब के पीछे. भारत के रहस्यमयी जगहों में राजस्थान और हरियाणा का नाम सबसे ऊपर आता है. राजस्थान इसलिए क्योंकि इतिहास का राजस्थान से तगड़ा कनेक्शन है और हरियाणा इसलिए क्योंकि वहां भी कई ऐतिहासिक राज़ दफ़न हैं.

आज हम बतायेंगे आपको ऐसी ही एक जगह के बारे में जहां दबा पड़ा है बेहिसाब खज़ाना. शाहजहां द्वारा बनवाई गयी 'चोरों की बावड़ी', ऐसे ही कई राज़ समेटे हुए है. इस जगह को 'स्वर्ग का झरना' भी कहा जाता है. ऐसा कहा जाता है सदियों पहले बनी इस बावड़ी में अरबों-खरबों का खज़ाना दबा पड़ा है. इतना ही नहीं ये भी माना जाता है कि इसमें सुरंगों का जाल है. यहां से रास्ते दिल्ली, हिसार और लाहौर तक जाते हैं. फिर भी इस बात का कोई प्रमाण नहीं मिलता, इसलिए ये रहस्य अभी तक बना ही हुआ है.

बावड़ी के बारे में कई कहानियां प्रचलित हैं, पर सबसे ज़्यादा बतायी जाने वाली कहानियों में से एक है ज्ञानी चोर की कहानी. ऐसा कहा जाता है कि एक शातिर चोर था, जो धनवानों को लूटने के बाद इस बावड़ी में कूद कर गायब हो जाता था. अब ऐसा माना जा रहा है कि इस ज्ञानी चोर का अरबों का खज़ाना यहीं दफ़न है. साथ ही साथ इस जगह के लिए ये बात भी प्रचलित हो चुकी है कि जो भी इस बावड़ी की भूलभुलैया में गया, कभी वापस नहीं आया.

कई इतिहासकार और जानकार इसे सेनाओं की आरामगाह बताते हैं. उनका मानना है कि रजवाड़ों की आपसी लड़ाई के बाद उनकी सेनाएं यहीं विश्राम करती थीं.

खैर बात जो भी हो, लेकिन इतना तो पक्का है कि भारत में अगर ऐसी जगह अरबों का खज़ाना दबा होता तो, लोग छोड़ते नहीं. वैसे अभी तक इस रहस्य से पर्दा नहीं उठ पाया है. बात क्या है ये तो वक़्त ही बताएगा.
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